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शुक्रवार, 17 नवंबर 2017

रिहर्सल आग बुझाने का

गर्मी बढ़ने के साथ ही अग्निकाण्ड भी बढ़ रहे हैं । फायर ब्रिगेड की मुसीबतें भी कम होती नजर नहीं आ रहीं ।  दो दमकल कबाड़ हो चुके हैं और बाकी दो दमकल बेहाल हैं । तहसील मुख्यालयों पर अग्निशमन  व्यवस्था लुंजपुंज है । गाड़ियों में तेल भराने की व्यवस्था तक नहीं है, फायर हाईड्रेंट में पानी नहीं है ।

तंगहाली में  मोराल हाई होता है, सो इन दिनों अग्निशमन विभाग जिला प्रशासन के साथ मिलकर शहर में मजेदार कवायद परेड कर रहा है । अग्निशमन अधिकारी जगह जगह जा कर आग से बचाव का प्रशिक्षण दे रहे हैं । इसी सिलसिले में एक रिहर्सल का नजीता बेहद कड़वा साबित हुआ ।

एक स्थानीय होटल से फायर ब्रिगेड को आग लगने की सूचना देने का प्रयास हुआ तो 10 मिनट तक फोन नहीं उठा । मुश्किल से फोन उठा तो ड्यूटी पर तैनात फोन अटेंड करने वाले कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया गया । होटल मैनेजर ने अग्निशमन अधिकारी से कहा, ‘सर हालात बहुत खराब हो चुके हैं । आप किस बूते पर आग बुझाने का दावा करते हैं ।’

अग्निशमन अधिकारी बोला, ‘हालात पर न जाइये । हमारे हौसले तो बुलंद हैं ।’

मैनेजर जोर से हंसा, ‘यकीनन, आप आग तो नहीं बुझा सकते पर आग बुझाने का रिहर्सल ज़रूर  कर सकते हैं ।’

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=> मोर बप्पा रे ! टैंकर में पानी पिछले हफ्ते भरा  गया  था……..किसी को पानी भरने का ख्याल ही नहीं रहा…….खैर…..आग तो अपने आप ही बुझ जाती है…… जब सब कुछ जल जाता है…यहाँ भी अपने आप बुझ जाएगी.

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