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गुरुवार, 16 नवंबर 2017

हास्य नाटक – पानी की समस्या

मित्रों, हास्य नाटक के इस पेज पर सबसे ज्यादा हिट्स आती हैं. नेट पर हास्य नाटक की स्क्रिप्ट वैसे भी कम है. बहुत से विद्यार्थी जो की स्कूल कॉलेज में नाटक खेलना चाहते हैं उन्हें अच्छी स्क्रिप्ट की कमी रहती है. आपने पिछली स्क्रिप्ट “सस्ते जहाज का सपना” को खूब पसंद किया है. एक नए हास्य नाटक  “काले घोड़े की नाल” पर काम चल रहा है जल्दी ही वह आपके सामने होगा. एक बड़ी ही बेहतरीन स्क्रिप्ट है हास्य नाटक की. वैसे तो यहगुरुवर स्वर्गीय शरद जोशी  (माफ़ कीजियेगा स्वर्गीय नहीं जोड़ सकता. शरद जोशी जी का मानना था की लेखक हमेशा के लिए लेखक होता है. जब तक वह जिन्दा होता है तब भी और जब वह मर जाता है तब भी क्योंकि उसकी रचनायें तब भी जीवित होती हैं. क्या कभी स्वर्गीय प्रेमचंद, स्वर्गीय निराला, स्वर्गीय मोहन राकेश लिखा या कहा जाता है. नहीं न. इसलिए लेखक कभी नहीं मरता. वह रचनाओं के माध्यम से हमेशा जिन्दा रहता है)  का एक बेजोड़ व्यंग्य है जिसे उन्होंने तब के प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गाँधी जी के ऊपर लिखा था. लेकिन आज भी आपको ऐसे नेता भारत में मिल जायेंगे जो की देश, किसान, खेती, गरीबी, कृषि की बात तो करते हैं लेकिन रबी और खरीफ की फसल में क्या अंतर है वो नहीं बता पाएंगे. क्योंकि उनका बहुत सा समय विदेश में बितता है और वो सिर्फ परिवार की वजह से आज पॉलिटिक्स में हैं……खैर……

इस व्यंग्य लेख का नाम है “पानी की समस्या”. यह व्यंग्य लेख.. लेख कम और हास्य नाटक की स्क्रिप्ट ज्यादा लगता है. इसी कारण मैंने इसका कई बार इस्तेमाल अपने विद्यार्थी जीवन में किया और जब जब इसका मंचन किया गया इसने दर्शकों को खूब हंसाया. यह स्क्रिप्ट इतनी आसान है की इसके लिए बस एक मंझा हुआ कलाकार चाहिए बाकि सपोर्टिंग एक्टर हैं….इसका मंचन करिए, इसे दर्शक खूब पसंद करेंगे.

 

नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें.

पानी की समस्या

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