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शुक्रवार, 17 नवंबर 2017

जांच पर जांच

खान-पान में मिलावट की जांच करने आई सरकारी टीम ने शहर के बाजारों में मिलावट की जांच के लिये नमूने लिये । नमूने में खाने पीने की तमाम चीजों में तमाम तरह की मिलावटें पायी गयीं ।

घी में वनस्पति, सरसों के तेल में महुए का तेल, लाल मिर्च में ईंट का चूरा, पिसी हल्दी में पीला रंग, काली मिर्च में पपीते के बीज, अरहर की दाल में खेसारी दाल, चाय की पत्ती में रंगा लकड़ी का बुरादा, हींग में मैदे की मिलावट पायी गयी ।

 

जांचकर्ता वैज्ञानिक यह हाल देख कर चीख पड़ा, ‘ज्यादातर नमूनों में मिलावट मौजूद है । समझ में नहीं आता कि इस शहर के लोग इतना मिलावटी सामान खाने के बावजूद जिंदा कैसे हैं ?

 

पास खड़ा विभाग का दूसरा कर्मचारी छूटते ही बोला, ‘सर आपने पते की बात कही । मिलावटी चीजों का इस्तेमाल कर इस शहर के लोग जिंदा कैसे हैं ? आपको इस मुद्दे पर अलग से जांच करनी चाहिये । इस जांच के नतीजे आम जनता के लिये अधिक उपयोगी होंगे कि मिलावटी सामान खा कर भी कैसे स्वस्थ रहा जाये । मिलावट को तो रोका नहीं जा सकता है ।

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=> सर जी इस शहर में तो हर चीज़ में मिलावट है, पर शुक्र है की जो नोट व्यापारियों ने घूस में दिए हैं उनमें  कोइ मिलावट नहीं है.

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